जीभ इतनी मनचली पहले न थी, आत्म अनुशासन के शासन से बंधी थी । चर अचर सब अपने हित औ' मीत जीभ इतनी मनचली पहले न थी, आत्म अनुशासन के शासन से बंधी थी । चर अचर सब अपने...
देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने । देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने ।
मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओर !! पूर् मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओ...
जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें। जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें।
और भारत को खुशहाल बनाए विश्व में इसका पंचम लहराए।। और भारत को खुशहाल बनाए विश्व में इसका पंचम लहराए।।
होती है ये धरोहर अनमोल और खूबसूरत जो रिश्तों की नई लिखती है इबारत। होती है ये धरोहर अनमोल और खूबसूरत जो रिश्तों की नई लिखती है इबारत।